नुआखाई में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग, CM भूपेश बघेल को सामाजिक नेता भगवानू ने लिखा पत्र

नुआखाई में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग, CM भूपेश बघेल को सामाजिक नेता भगवानू ने लिखा पत्र

रायपुर. नुआखाई जुहार 2023 के कार्यक्रम संयोजक, सामाजिक नेता अधिवक्ता भगवानू नायक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर कृषि पर्व नुआखाई पर गणेश चतुर्थी के दूसरे दिन ऋषि पंचमी 20 सितंबर को सार्वजनिक/सामान्य अवकाश की मांग की है. इससे पहले समाज के लोगों ने राष्ट्रपति से भी यह मांग कर चुके हैं. सामाजिक नेता नायक ने कहा, छत्तीसगढ़ को धान के कटोरा के रूप में देश और दुनिया में जाना जाता है. देश के लाखों किसान अपनी पहली फसल को अपने ईष्ट देवी-देवताओं के श्रीचरणों में चढ़ाते हुए नवान्न ग्रहण करते हैं और कृषि पर्व नुआखाई उत्सव धूमधाम से मनाते हैं. भगवानू नायक ने पत्र में कहा, नुआखाई प्रकृति और संस्कृति का एक जीवंत दर्शन है, जिसे मानते हुए परिवार, समाज और देश की खुशहाली के लिए ईष्ट देवी-देवताओं के साथ ही प्रकृति की भी पूजा-अर्चना की जाती है. कहा जाता है कि नुआखाई पर्व भारत में वैदिक काल से लगभग 3000 वर्ष पूर्व से मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ में यह पर्व प्रति वर्ष धूमधाम से मनाया जाता है. उक्त पर्व में सार्वजनिक अवकाश नहीं होने से लाखों किसान भाई बहन इस पर्व को और भी अधिक हर्ष और उल्लास के साथ नहीं मना पाते हैं. चूंकि आप छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ ही एक किसान पुत्र हैं और इस पर्व की महत्ता को भली भांति जानते हैं इसलिए आपसे विशेष अपेक्षा रखते हुए नुआखाई में सार्वजनिक अवकाश की मांग करते हैं.
नुआखाई में सार्वजनिक अवकाश की मांग करने वालों में प्रमुख रूप से नुआखाई जुहार 2023 कार्यक्रम के संयोजक सामाजिक नेता अधिवक्ता भगवानू नायक, आशीष तांडी, वरिष्ठ समाजिक नेता गोपाल बाघ, समाज सेवी क्षमानिधि नायक, बैकुंठ सोना, पिंकी बाघ, अधिवक्ता बिमला तांडी, रूखमणी तांडी, वंदना तांडी, ईश्वरी क्षत्रि, बबिता विभार, प्रीतम महानंद, जितेंद्र नायक, रतन जगत, संजय नायक, मनोज नायक, संतोष क्षत्रि, प्रदीप क्षत्रि, मनसू निहाल, अजीत कुम्भार, घासीराम सोना, राजू सोना, पृथ्वीराज महानंद, प्रकाश महानंद, नरोत्तम नायक, बंटी क्षत्रि आदि शामिल हैं.

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