यह त्यौहार कृषि कृषि प्रधान पर्व पर्व है क्योंकि छत्तीसगढ़ प्रदेश को धान का कटोरा कहा जाता है इसीलिए इस त्यौहार का महत्व और बढ़ जाता है वर्ष के प्रथम फसल को अपने आराध्या देवी देवताओं को आह्वान कर कर उन्हें अर्पित करते हैं और समस्त समाज एक दिन एक समय में पूजा अर्पण कर है छत्तीसगढ़ प्रदेश एवं देश के उन्नति खुशहाली विश्व का कल्याण के लिए हम प्रार्थना करते हैं उसके बाद ही समस्त परिवारजन एक साथ बैठ कर कर महाप्रसाद को ग्रहण करते हैं यह नवा खाई पूर्व पुरातन कल से कृषि प्रधान उड़िया परिवार हर्ष उल्लास के साथ मनाते आ रहे हैं संस्कृत एवं सभ्यता को देखते हुए राजधानी के प्रमुख चौक चौराहे से एकता का संदेश देते हुए शोभायात्रा निकल जाएगी जिसमें लगभग 10000 से भी अधिक संख्या में समाज जन जन नगर कीर्तन पारंपरिक पोशाक एवं आदिया के साथ सम्मिलित होंगे शोभायात्रा की खास बात यह है राष्ट्रीय स्टार पर बॉक्सिंग में मेडल प्राप्त कर समाज का नाम रोशन करने वाली समाज की बेटी मानसी टांडी समेत संस्कृत कल एवं खेलकूद के क्षेत्र में अन्य प्रतिभाओं छात्र छात्राएं खिलाड़ी सम्मानित होंगे बुधी माता मंदिर राजेंद्र नगर से शुरुआत होने वाला यह शोभा यात्रा अपने संस्कृत दर्शाते हुए मधुशदान दास चौक मैं समाप्त होगी