भाजपा ट्रेन में चर्चा कार्यक्रम के पहले ट्रेन बंद होने पर चर्चा कर ले-मोहन मरकाम

भाजपा ट्रेन में चर्चा कार्यक्रम के पहले ट्रेन बंद होने पर चर्चा कर ले-मोहन मरकाम

*मोदी के साथ चाय पर चर्चा के बाद जनता का खर्चा बढ़ गया*
*भाजपा के सांसद महंगाई बेरोजगारी पर चर्चा करने से भाग रहे*
*भाजपा ने वोट पाने चाय पर चर्चा में जो सब्जबाग दिखाये थे अब जनता से चर्चा करने बच रहे है*
रायपुर/ 03 अक्टूबर 2022। भाजपा के 2024 लोकसभा चुनाव के लिए ट्रेन में चर्चा कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में अभी 18 महीना बाकी है। भाजपा नेताओं एवं सांसदो को ट्रेन में चर्चा के पहले ट्रेन बंद होने पर चर्चा करनी चाहिये। भाजपा ने 2014 में लोकसभा चुनाव में वोट पाने के लिए चाय पर चर्चा कार्यक्रम किया था और जनता को केंद्र में सरकार बनने पर अच्छे दिन आने का, 15-15 लाख रु. सभी के खाता में जमा होने का, युवाओं को दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने का, 100 दिन में महंगाई कम करने का, किसानों की आमदनी दोगुनी करने, 35 रु. लीटर में पेट्रोल डीजल देने, रसोई गैस 410 रु. से कम कीमत पर उपलब्ध कराने और हमारे देश के एक सैनिक के सिर के बदले दुश्मन देश पाकिस्तान के सैनिकों के 10 सिर लाने का वचन दिया था। आज 8 साल हो गये चाय पर चर्चा में हुई चर्चा पर भाजपा सांसद और नेता चर्चा करने से भाग रहे है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि चाय पर चर्चा से मोदी सरकार बनने के बाद आम जनता की खर्चा में वृद्धि हो गया है आय में कमी हो गई है। बैंक में पैसा जमा करने और निकालने पर भी शुल्क देने पड़ रहे हैं दूध दाल आटा पर पांच पर्सेंट जीएसटी देना पड़ रहा है स्टेशनरी सामान कॉपी पुस्तक जूता चप्पल भी गब्बर सिंह टैक्स के दायरे में आ गए हैं देश का हर वर्ग मोदी सरकार के कुनीतियों, मुनाफाखोरी और वादाखिलाफी महंगाई की मार से पीड़ित और प्रताड़ित है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा को तो पहले जनता के साथ 2014 में चाय पर जो चर्चा हुई थी उसे अमलीजामा पहनाना चाहिए। ट्रेन में चर्चा से पहले भाजपा के सांसद ट्रेन बंद होने पर जनता को हो रही असुविधाओं पर चर्चा कर ले। 2024 में केंद्र से मोदी सरकार की रवानगी तय है जनता ने मन बना लिया है भाजपा कुछ भी प्रोपोगंडा कर ले सफल नहीं होगी। जनता मोदी सरकार के खिलाफ आक्रोशित है और मौन रहकर 2024 में मतदान की तारीख का इंतजार कर रही है और उसी दिन जनता का आक्रोश मोदी भाजपा सरकार के खिलाफ वोट में तब्दील होगा।

Chhattisgarh