पीएससी चयन पर सवाल उठाना कुंठित भाजपाइयों के हताशा और निराशा का प्रमाण है
रमन राज में 2003 और 2005 में पीएससी भर्ती गड़बड़ी और भ्रस्टाचार के आरोप न्यायालय में प्रमाणित हुए हैं, अब वही पाप इन्हें याद आ रहे हैं संवैधानिक संस्थानों को पार्टी कार्यालय के रूप में…