दुर्ग :पहले मैं हाउसवाइफ थी। घर में काम के बाद काफी समय बचता था और उसका उपयोग नहीं हो पाता था। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जब गौठान आरंभ किये और आजीविकामूलक गतिविधियां आरंभ कराईं तब मैंने भी गौठान से जुड़ने का निश्चय किया। गोबर से वर्मीकंपोस्ट बनाने का काम शुरू किया। फिर समूह ने सवा तीन लाख रुपए का वर्मी कंपोस्ट बेचा। इसे आसपास के किसानों को क्रय किया। इसके लिए गाड़ी की जरूरत महसूस हुई। फिर एक छोटा हाथी वाहन ले लिया।
इससे आसपास वर्मी कंपोस्ट भेजना आसान हो गया। अब गाड़ी किराये पर भी चल जाती है। अतिरिक्त आय का स्रोत भी आरंभ हो गया। रेवती बताती हैं कि महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार ने बड़ा काम किया है। हम लोगों का आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया है। सबसे अच्छी बात यह है कि हमने अभी शुरूआत ही की है और इतने अच्छे नतीजे हमको मिले हैं।