जांजगीर-चाम्पा : कका पा लागी, बने बने हावस गा…तुंहर सरकार रही तो जिनगी भर कछु न कछु बनते रही

जांजगीर-चाम्पा : कका पा लागी, बने बने हावस गा…तुंहर सरकार रही तो जिनगी भर कछु न कछु बनते रही

जांजगीर-चाम्पा 02 अक्टूबर 2022 :राज्य में महात्मा गाँधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) का शुभारंभ करने के पश्चात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वर्चुअल माध्यम से जांजगीर-चाम्पा जिले के ऐसे हितग्राहियों से संवाद किया जो रीपा के माध्यम से आत्मनिर्भर की राह में आगे बढ़ना चाहते हैं।

ग्राम जर्वे च में राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य और गांव के निवासी गजेंद्र सिदार ने जैसे ही माइक हाथ में लिया उन्होंने मुख्यमंत्री को कका पा लागी.. बने बने हावस गा, कहकर अपनी बात आगे बढ़ाई।

मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि हां, मैं तो बने-बने हावव, तैं बता का हाल चाल हे। गजेन्द्र ने मुख्यमंत्री से कहा कका आपके आशीर्वाद हे, गांव में छोटे से दुकान चलावथ हव, महू दुकान खोलत हव, ऑफसेट प्रिंटिंग प्रेस के, कुछ सहयोग हो जाही त बढ़िया हो जाही।

मुख्यमंत्री ने युवा गजेंद्र की बात सुनकर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जमीन, बिजली, पानी, शेड सहित अन्य व्यवस्था गाँव के पास ही कर रही है। यदि खुद अकेले यह सब करते तो बहुत खर्च आता। गजेन्द्र ने कहा कि आप मदद करते तो कुछ स्व-रोजगार करता।

मुख्यमंत्री ने गजेन्द्र के बातों को सुनकर कहा कि यह सरकार आप लोगो की सरकार है और गांवों के पढ़े-लिखे नौजवानों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्गाें एवं गरीबों के लिए काम कर रही है।

जो गांव में रहते हैं और उद्योग, धंधा स्थापित करना चाहते हैं, उनके लिए सरकार महात्मा गाँधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से मदद करेगी, ताकि नौजवान आगे बढ़े और अपने पांव पर खड़े हो सके।

गाँव में मवेशियों को चराने वाले भूमिहीन कृषक मया राम ने भी मुख्यमंत्री से बात करने की इच्छा जताई तो मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उनसे भी संवाद स्थापित किया। मयाराम ने बताया कि उन्होंने गोबर बेचकर 1 लाख 4 हजार रुपये कमाए हैं।

इससे उन्होंने घर निर्माण किया है। मुख्यमंत्री ने मयाराम से पूछा कि बहू के लिए क्या खरीदी किए हो ? तो मयाराम ने पत्नी के लिए भी कुछ लेने की बात कही और मुस्कुराते हुए कहा कि तुंहर सरकार जिनगी भर रही त कछु न कछु बनते रही…।

यह सुनते ही मुख्यमंत्री सहित सभी हंसते-मुस्कुराते मया राम को बधाई दी। ग्राम जर्वे च की सरपंच श्रीमती सरस्वती बाई सूर्यवंशी ने भी मुख्यमंत्री से संवाद स्थापित कर बताया कि उनके गाँव का चयन रीपा के लिए किए जाने से गाँव का विकास होगा।

मुख्यमंत्री के सवाल पर सरपंच ने बताया कि गाँव में मशरूम, आचार, पापड़, बड़ी, बेकरी, ऑफसेट प्रिंटिंग यूनिट के माध्यम से युवाओं और महिलाओं को आगे बढ़ाकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि एक महिला स्व सहायता समूह में 10 से 12 सदस्य है। कुल 40 सदस्य हैं।

सरपंच ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह पहले वर्मी कम्पोस्ट बनाने के कार्य करती थी तो मुख्यमंत्री ने उन्हें रीपा के माध्यम से अन्य गतिविधियों को संचालित कर सदस्यों की संख्या और बढ़ाने तथा रीपा योजना के माध्यम से आगे बढ़ने प्रेरित किया। सरपंच ने मुख्यमंत्री को बताया कि कलेक्टर भी गाँव को आगे बढ़ाना चाह रहे हैं।

कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा और जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी ने जिले में स्थापित होने वाले महात्मा गाँधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी।

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