अरुण साव की पत्रकार वार्ता पर कांग्रेस का पलटवार

अरुण साव की पत्रकार वार्ता पर कांग्रेस का पलटवार

*भाजपा अध्यक्ष अपने ही कार्यकर्ताओ की लाश पर राजनैतिक रोटी सेंकना बन्द करे*
 *भाजपा को बस्तर में शांति की बहाली देखी नहीं जा रही* 
*भाजपा के नेता बस्तर में अशांति और हिंसा फैलाने के आरोपो पकड़े भी गए हैं*

रायपुर 12 फरवरी 2023/भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश  अध्यक्ष अरुण साव के द्वारा पत्रकार वार्ता ले कर बस्तर में नक्सल हत्याओं  के सम्बंध लगाए गए आरोपो को कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला  ने गैर जिम्मेदाराना बताया है ।प्रमुख विपक्षी दल का प्रदेश अध्यक्ष  हो कर अरुण साव  सतही और बेबुनियाद बातें कर रहे हैं।हत्या किसी भी व्यक्ति की हो वह निंदनीय है।कांग्रेस की सरकार हर नागरिक की सुरक्षा को प्रतिबद्ध है ।नक्सल हिंसा में हुई हत्या के आधार पर भाजपा अध्यक्ष राजनैतिक रोटी सेंकना चाह रहे है।नक्सल हिंसा पर राजनीति भाजपा का निम्नस्तरीय प्रयास है।कॉंग्रेसभाजपा के समान जांच को रोकने में विश्वास नही करती मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा भाजपा जिस भी केंद्रीय एजेंसी से जांच चाहती है करवा लें हम तैयार ।कांग्रेस हमेशा से नक्सल हिंसा की घोर विरोधी रही है ।इस प्रदेश में सबसे ज्यादा नक्सल हिंसा के दंश को कांग्रेस ने झेला है ।कांग्रेस नेताओं की जीरम में हत्या भाजपा के शासनकाल में हुई ।32 कांग्रेस नेताओं के खून के छीटे भाजपा और उसके नेताओ के दामन पर लगे है ।भाजपा ने शुरू से जीरम के नर संहार की जांच को बाधित करने का काम किया था ।जब सरकार में थी तब सीबीआई जांच की अनुशंसा नहीं किया न्यायायिक जांच आयोग के बिंदु में षड्यंत्र को नहीं जोड़ने दिया सरकार से हटने के बाद राज्य की एसआईटी को जांच करने से रोकने केंद्र सरकार के माध्यम से  एनआईए से फाइल नहीं देने दे रही है।न्यायायिक जांच आयोग के कार्यकाल बढ़ाने पर भाजपा नेता धर्म लाल कौशिक हाई कोर्ट से स्टे ले कर आये ।आखिर भाजपा जीरम की जांच क्यो नहीं होने दे रही ?भाजपा को मालूम है जीरम का सच सामने आ गया तो तत्तकालीन भाजपा के सारे हुक्मरान पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके पूर्व मंत्री सहित सभी जेल की सलाखों के पीछे रहेंगे।         कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नक्सल वारदात में 80 प्रतिशत  और नक्सली हत्याओं में 58 प्रतिशत की कमी हुई है ।भाजपा के राज में 15 साल प्रतिदिन बड़ी संख्या में नागरिक और सुरक्षा बलों के जवान मारे जाते थे ।कांग्रेस सरकार की विश्वास विकास सुरक्षा की नीति के कारण बस्तर शांति की ओर बढ़ चला है। भाजपा प्रयोजित तरीके से बस्तर की शांति में बाधा पहुचाने में लगी है ।भाजपा के नेता धर्मांतरण के नाम पर सामूहिक हिंसा और विद्वेष फैलाने की अनेकों कोशिश कर चुके है भाजपा के जिला अध्यक्ष और बड़े कार्यकर्ताओ पर दंगा फैलाने हिंसा करने के प्रमाणिक आरोप लगे है।भाजपा बस्तर में प्रजातांत्रिक तरीके से सरकार का मुकाबला नहीं कर पा रही तो वह षड्यंत्र कारी गतिविधियों में लगी है ।बस्तर में हो रहे विकास और शांति की बहाली के प्रयास भाजपा देख नहीं पा रही।

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