राजधानी रायपुर में नव वर्ष के उत्सव से पहले खाद्य विभाग ने मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की उड़नदस्ता टीम ने उरला के गोगांव में स्थित काशी एग्रो फूड्स पर छापा मारा। इस दौरान फैक्ट्री में भारी मात्रा में मिलावटी पनीर, डालडा और अन्य खाद्य सामग्री जब्त की गई।
बता दे खाद्य विभाग की टीम ने आधा दर्जन से अधिक चलित लैब वाहनों के साथ फैक्ट्री में दबिश दी। मौके पर पनीर, डालडा प्रोम ऑयल, तेल और मैदा में मिलावट की पुष्टि हुई। प्रशासन को सूचना मिली थी कि वीरगांव में बिना दूध का उपयोग किए हुए डालडा और SMP (स्किम्ड मिल्क पाउडर) से नकली पनीर का निर्माण हो रहा है।
छापेमारी के दौरान फैक्ट्री संचालक को नकली पनीर बनाते हुए पकड़ा गया। मौके से 2500 किलो नकली पनीर जब्त किया गया। फैक्ट्री में स्टॉक रजिस्टर, किट रहित प्रमाण पत्र या पोषण संबंधी मानकों की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। जब्त किए गए पनीर का TDS स्तर 900 पाया गया, जो सुरक्षित सीमा से काफी अधिक है और इसमें भारी धातुओं की मौजूदगी का भी संकेत मिला। पानी का
कार्रवाई के दौरान फैक्ट्री से कई खतरनाक रसायन भी जब्त किए गए, जिनका उपयोग पनीर निर्माण में किया जा रहा था।
पूरी कार्रवाई खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियंत्रक चंदन कुमार के निर्देशन में की गई। टीम में सहायक आयुक्त मोहित बेहरा, नितेश मिश्रा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी राखी ठाकुर, खीर सागर पटेल, अजित बघेल और संतीश राज शामिल थे। साथ ही MFTL लैब स्टाफ के प्रकाश परमार भी जांच में मौजूद रहे। गंभीर लापरवाही पाए जाने पर फैक्ट्री को तत्काल सील कर दिया गया है और जब्त किए गए सामान के सैंपल लैब परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।