आदरणीय महाराज जी ने मन की पीड़ा को दूर करने के लिए विहंगम योग को सरल उपाय बताया है। योग न सिर्फ आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है, बल्कि मनुष्य को मनुष्य से भी जोड़ता है। विचार को विचार से जोड़कर एकाकार करता है।
लोगों में आध्यात्मिक जागृति लाने के लिए महाराज जी द्वारा किए जा रहे प्रयास अतुलनीय हैं।