सबसे महत्वपूर्ण इसमें आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय की बात है। आर्थिक असमानता बढ़ रही है, मोदी जी कहते है GDP बढ़ रही है तो पदबवउम income नहीं बढ़ रही है,वो इसलिए क्यों की नौकरी नहीं है हमें ऐसा विकास चाहिए जिसमें नौकरी हो इस न्याय पत्र में नौकरी की बात है ओर नौकरी बढ़ेगी तभी आमिर गरीब में फासले कम होंगे,हमें अमीरों को गरीब नहीं ग़रीबों को अमीर बनाना है।
इस न्याय पत्र में हमने सामाजिक न्याय की बात की है हमारे देश में कितने ओबीसी, एससी, एसटी है हमें पता होना चाहिए। अगर एक अनुमान के मुताबिक़ 70 प्रतिशत इनकी आबादी है तो बड़े-बड़े पदों पर मात्र 10 प्रतिशत ही इनकी संख्या क्यू है। बजट में इनके लिए मात्र 10 प्रतिशत क्यू है। हमारा पहला कदम सरकार बनते ही SECC ( Social Economy Class Censex) करवाना है, इसे पता चलेगा किसके पास कितनी ज़मीन है, पैसे है.कितनी इनकी संख्या है।इसलिए SECC ज़रूरी है. जिसे राहुल जी X-Ray कहते है। इसके लिए आरक्षण 50 प्रतिशत से ज़्यादा करेंगे जैसे तमिलनाडु में है। Govt contracts, bank loan ज़्यादा देंगे बजट इनके लिए ज़्यादा करेंगे, राहुल जी इसी की बात करते है जितनी आबादी उतना हक़ जैसे महिलाओं की आबादी 50 प्रतिशत है उनको भी उतना हक़ देंगे।
भाजपा कहती है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र मुस्लिम लीग है कांग्रेस के घोषणा पत्र में किसानों की एमएसपी की कानूनी गारंटी,किसानों को कर्ज मुक्त करने आयोग, युवाओं को 30 लाख सरकारी पदों पर भर्ती,रोजगार,गरीब महिलाओं को सालाना 1 लाख रु, महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50 प्रतिशत आरक्षण, मनरेगा श्रमिकों को 400 रु. प्रतिदिन वेतन और सामाजिक न्याय की बात है अर्थव्यवस्था डबल करेंगे । क्या बीजेपी इसे मुस्लिम लीग मानती है?