कल स्थानीय निकायों के चुनावों की घोषणा हुई। कल ही हमने नगरीय निकायों और पंचायतों के चुनाव परिणाम की तिथि पर आपत्ति व्यक्त किया था। नगरीय निकाय एवं पंचायतों के चुनाव कार्यक्रम एक साथ घोषित किये गये है। निकायों के परिणाम 15 फरवरी को आयेंगे। पंचायतों के परिणाम 18, 21, 24 फरवरी को घोषित होंगे।
जब एक साथ चुनाव की अधिसूचना जारी हुई है। आचार संहिता एक साथ लगी है। पंचायतों एवं निकायों के परिणाम एक साथ घोषित होना चाहिये। अमूमन निर्वाचन आयोग अलग-अलग राज्यों के चुनाव कार्यक्रम जब भी घोषित करता है तो भले मतदान अलग-अलग तिथि पर हो, परिणाम एक साथ ही आते है। इस संबंध में हमने प्रदेश निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखा है। कांग्रेस के तरफ से आपत्ति दर्ज कराया है। उम्मीद है निष्पक्ष चुनाव के लिये हमारी आपत्ति पर ध्यान देकर दोनों चुनाव परिणाम एक साथ 24 फरवरी को घोषित किया जायेगा। चुनाव के कार्यक्रम घोषित होने से छात्रों एवं अभिभावकों की परेशानियां बढ़ गयी है। चुनाव और परीक्षाएं टकरा रही है। CBSC, ICSC, CG BOARD की परीक्षाएं भी लगभग इसी समय चलेगी। हमने सरकार से पहले भी मांग किया था, ऐसी व्यवस्था बने जिससे परीक्षाएं न टकरायें। पहले भाजपा ने हार के डर से चुनाव नहीं कराया और अब आलोचना से डरकर चुनाव की घोषणा हुई तो परीक्षाओं का ख्याल नहीं रखा गया। यह स्थानीय निकाय चुनाव भाजपा सरकार की नाकामी और वादा खिलाफी पर लड़ा जायेगा। पिछले 1 साल में भाजपा की साय सरकार जनता की उम्मीदों पर विफल साबित हो चुकी है। सरकार से युवा, किसान, महिला, मजदूर, विद्यार्थी, अनुसूचित जाति, जनजाति हर वर्ग के लोग निराश है। सब सरकार से अपने आपको ठगा महसूस कर रहे है।