जिसमें शारदा चौक चौड़ीकरण, निगम टैक्स, बुढातालाब चौपाटी को लेकर चर्चा की गई। साथ ही एमआईसी में अम्लीडीह नौ एकड़ एक निजी व्यक्ति को देने का खुलासा किया गया है।
मेयर ढेबर ने सरकार पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि अमलीडीह में करोड रुपए की की जमीन एक निजी व्यक्ति को दी गई। मेयर ने कहा कि वे इस संबंध में सभी मंत्रियों और सेक्रेटरी के पास जाकर शिकायत दर्ज करेंगे अगर सरकार की ओर से कोई पहल नही होगी तो हम कोर्ट में इस मामले को लेकर जाएंगे।सबसे ज्यादा चर्चा मच्छर को लेकर हुई,MIC की बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा दुर्ग की एक कंपनी को तीन महीने के ट्रायल पर टेंडर दिया गया था,
लेकिन दो महीने में लग रहा की सबसे ज्यादा मच्छर रायपुर में है,
टेंडर रद्द करने पर चर्चा हुई,
नामकरण, पेवर लगने और स्कूल में संविदा नियुक्ति पर चर्चा हुई,
कुल 17 विषय पर चर्चा हुई जिसमें चार अतिरिक्त थे,
सर्व समिति से चर्चा हुई,
अगले सोमवार को फिर होगा एम आई सी बैठक.
मेयर एजाज ढेबर ने बताया कि
तेलीबांधा रोड सौंदर्यीकरण पर सरकार के द्वारा की गई कार्यवाई को लेकर महापौर एजाज ढेबर ने बताया गलत
महापौर ढेबर ने कहा_ तेलीबांधा का एक रुपए भी नगर निगम का नहीं लगा, फिर भष्टाचार किस बात, *केवल दिखने के लिए अधिकारियों की बलि चढ़ा दी गई, भष्टाचार आखिर किसे कहते हैं यह बता दे, CSR फण्ड के जरिए काम हो रहा था,
किसी के ऊपर कोई कार्रवाई हो रही हैं तो उन्हें नोटिस देना चाहिए बिना नोटिस के ही उनको निलंबित कर दी गई