व्हाट्सएप में डी पी लगाकर लाखों रूपये की ठगी करने वाले राजस्थान के 05 अंतर्राज्यीय आरोपी गिरफ्तार

व्हाट्सएप में डी पी लगाकर लाखों रूपये की ठगी करने वाले राजस्थान के 05 अंतर्राज्यीय आरोपी गिरफ्तार

प्रार्थी सन्नी जुमनानी ने थाना सिविल लाईन मंे रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह कविता नगर अवंति विहार रायपुर में रहता है तथा सोनल पैनल का व्यापार करता है। प्रार्थी के भाई बंटी जुमनानी का मित्र पुनीत पारवानी है। दिनांक 08.11.2024 को प्रार्थी के भाई के मोबाईल फोन में मोबाईल नंबर 9727630576 के धारक जिसके व्हाट्सएप में उसके दोस्त पुनीत पारवानी का डीपी लगा हुआ था, से व्हाट्सएप कॉल कर स्वयं को पुनीत पारवानी निवासी रायपुर होना तथा वर्तमान में अपने आप को दिल्ली में होना बताकर जरूरी काम के लिए पैसों की मांग किया। जिस पर प्रार्थी के भाई बंटी जुमनानी द्वारा दिल्ली निवासी अपने मित्र सिकू को फोन कर मोबाईल नंबर 9727630576 के धारक को पुनीत पारवानी समझकर पैसा नगद देने कहा जिस पर सिकू द्वारा व्यक्ति से संपर्क कर चांदनी चौक दिल्ली में व्यक्ति को 05 लाख रूपये नगद दिया गया। प्रार्थी का भाई कुछ दिन बाद अपने दोस्त पुनीत पारवानी से संपर्क कर रूपये वापस मांगा तो पुनीत पारवानी द्वारा कोई रकम नहीं लेना बताया गया।

इस प्रकार मोबाईल नंबर 9727630576 के धारक द्वारा प्रार्थी के भाई बंटी जुमनानी के मित्र पुनीत पारवानी का व्हाट्सएप में डीपी लगाकर तथा स्वयं को पुनीत पारवानी बताकर उससे लाखों रूपये प्राप्त कर धोखाधड़ी किया गया, कि प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 588/24 धारा 318(4) बी एन एस का अपराध पंजीबद्ध किया गया। घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ. संतोष कुमार सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्रमांक श्री संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन श्री अजय कुमार (भा.पु.से), उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संजय सिंह, थाना प्रभारी सिविल लाईन एवं प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट को अज्ञात आरोपी की जल्द से जल्द पतासाजी कर गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना सिविल लाईन पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी एवं उसके भाई बंटी जुमनानी से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा प्रार्थी के भाई के मोबाईल फोन में जिस मोबाईल नंबर से कॉल कर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया था, उस मोबाईल नंबर का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही अन्य तकनीकी साक्ष्यों व माध्यमों से अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान घटना में संलिप्त अज्ञात आरोपियों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई तथा आरोपियों की उपस्थिति राजस्थान में होना पाया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टीम को राजस्थान रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा राजस्थान में आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में आरोपी सुरेश पुरोहित एवं वैभव जैन को पकड़ा गया। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर घटना के मुख्य आरोपी सुरेश पुरोहित एवं वैभव जैन द्वारा अपने अन्य साथी खानू खान, स्वरूप सिंग एवं हैदर के साथ मिलकर ठगी की उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया। जिस पर घटना में संलिप्त आरोपी खानू खान, स्वरूप सिंग एवं हैदर को भी पकड़ा गया।
सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ठगी की नगदी रकम 20,00,000/- रूपये (बीस लाख रूपये) तथा घटना से संबंधित 08 नग मोबाईल फोन जुमला कीमती लगभग 28,00,000/- रूपये जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया।

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