मुख्यमंत्री बघेल ने 02 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया है। महात्मा गांधी के देश के लिए अमूल्य योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा है कि महात्मा गांधी ने भारत में स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा दी। उन्होंने सत्य, प्रेम और अहिंसा का मार्ग अपनाकर पूरे विश्व के सामने मिसाल कायम की। उन्होंने देश में जिस ग्राम स्वराज की कल्पना की थी, छत्तीसगढ़ सरकार उसे पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
छत्तीसगढ़ में सुराजी गांव योजना शुरू कर नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी को नये रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत बने गौठान अब आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित हो रहे हैं। गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों और ग्रामीणों से गोबर और गोमूत्र खरीदा जा रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नया आधार मिला है।
बघेल ने कहा कि गांधी जी ने सबकी अच्छी सेहत के लिए कई प्रयोग किए इसलिए हमने सार्वभौम स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिता दी है। छत्तीसगढ़ में 2019 में गांधी जयंती के दिन से ही कुपोषण के खिलाफ निर्णायक जंग का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई थी। इसके फलस्वरूप प्रदेश के 02 लाख 65 हजार बच्चे कुपोषण मुक्त हो चुके हैं। लगभग डेढ़ लाख महिलाएं एनीमिया से बाहर आ गई हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से भी हम अंतिम व्यक्ति तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाने की कोशिश में लगे है बघेल ने महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास को याद करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ महात्मा गांधी की यादें आज भी जीवंत हैं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान छत्तीसगढ़ में उनके कंडेल आने की खबर ने ही किसानों को जीत दिला दी थी। गांधीजी के छत्तीसगढ़ आगमन ने महिलाओं, विद्यार्थियों, सफाई कर्मचारियों सहित सभी नागरिकों को नई ऊर्जा से भर दिया था। उन्होंने छत्तीसगढ़ में सत्य-अहिंसा, समरसता और सांप्रदायिक सद्भाव की जो अलख जगायी वह आज भी प्रेरित कर रही है। श्री बघेल ने कहा कि गांधीजी के दिखाए रास्तों पर चलते हुए हम ‘नया छत्तीसगढ़‘ गढ़ेंगे और उनके ग्राम स्वराज्य के सपने को साकार करेंगे।