रायपुर. 1 जुलाई 2023 : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा है कि राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन से प्रदेश में सिकलसेल की जांच और इससे बचाव की गतिविधियों में तेजी आएगी। राज्य सरकार पहले से ही इसके उन्मूलन के लिए गंभीरता से काम कर रही है। हाल ही में रायपुर में सिकलसेल संस्थान के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Centre of Excellence) की आधारशिला भी रखी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने आज भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ के मौके पर ये बातें कहीं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शहडोल से राष्ट्रीय स्तर पर मिशन का शुभारंभ किया। श्री सिंहदेव रायपुर के राजातालाब हमर अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शुभारंभ कार्यक्रम से जुड़े। सांसद श्री सुनील सोनी, पूर्व विधायक श्री नंदे साहू, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान और पार्षद श्री आकाश तिवारी भी इस दौरान उनके साथ मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ के मौके पर कहा कि विवाह के पूर्व और बच्चे के जन्म के पहले सिकलसेल की जांच अवश्य करानी चाहिए। छत्तीसगढ़ में हर दस में से एक व्यक्ति सिकलसेल वाहक है। सभी लोगों को इसकी जांच कराना चाहिए। सिकलसेल की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीओसी किट की भी खरीदी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता अब बढ़ रही है। इसके पीड़ितों को रक्त चढ़ाने या अस्पताल में भर्ती होने की नौबत अब बहुत कम आ रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यक्रम में 30 सिकलसेल रोगियों को सिकलसेल जेनेटिक स्टेटस कार्ड वितरित किया।
राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने राजातालाब हमर अस्पताल पहुंचे श्री सिंहदेव ने अस्पताल का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम और आयरन की गोलियों की महतारी टोकरी प्रदान किया। स्वास्थ्य मंत्री ने आज राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर कार्यक्रम में मौजूद सभी डॉक्टरों का सम्मान भी किया।
देश में आनुवांशिक बीमारी सिकलसेल को दूर करने भारत सरकार द्वारा आज राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरूआत की गई है। वर्ष 2047 तक सिकलसेल को खत्म करने करने देश के 17 राज्यों के 278 जिलों में यह मिशन संचालित किया जाएगा। इस मिशन में छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों को शामिल किया गया है। मिशन के अंतर्गत विकासखंडवार लोगों को सिकलसेल के कारण और बचाव के उपाय बताए जाएंगे।
साथ ही जरूरी जांच और इलाज भी मुहैया कराया जाएगा। प्रदेश में इसके शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. सुरेन्द्र पामभोई, उप संचालक डॉ. के.आऱ. सोनवानी, रायपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी और सिविल सर्जन डॉ. एस.के. भंडारी सहित स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कई अधिकारी उपस्थित थे।