सिमगा ,भाटापारा अपने निर्धारित कार्यक्रमो में से एक विशेष कार्यक्रम में नवागांव हाई स्कूल के छात्र छात्राओं से मुलाकात की व स्वास्थ व खेल कूद से संबधित जानकारी ली श्री माहेश्वरी ने छात्र छात्राओं से चर्चा करते हुए कहा कि खेल ही वो शशक्त माध्यम है जिससे तन और मन दोनों स्वास्थ रहते है शारीरिक श्रम से शरीर को सुडौल व गठीला बनाते है और नशे से दूर रहने की ताकत मिलती है जिससे हम समाज मे एक अच्छे इंसान के रूप में पहचान बनाते है साथ ही समाज के निर्माण में आप सब की भूमिका अहम होती है समाज निर्माण में यही आपको ताकत और संबल प्रदान करता है खेल से दृढ़ इच्छाशक्ति मजबूत होती है यदि आप खेल और पढ़ाई दोनो में अपनी विशेष रुचि रखते है तो एक्लव्य और द्रोणचार्य जी की कहानी पढी और सुनी भी होगी जिसमे एकलव्य सिर्फ एक बार गुरु द्रोणाचार्य को गुरु मान कर उनकी पूजा की और एक माहन धनुर्धर बना परंतु वो कही अर्जुन से श्रेस्ठ न हो जाए इसलिए अंगूठे काट कर गुरु दक्षिणा में देने को कहा कुलमिलाकर हमे उसी तरह अपने मन और विचारों को बनाना है आप सब को एक बात समझनी है कि अपने आपको एकाग्र करने की जरूरत है। आप जो भी यहाँ से सीखकर जाते है उसे बारम्बार अपने घरों में भी जा कर दोहराए ये जरूरी नही की आप ब्लैक बेल्ट ही पाए तभी आपकी मेहनत सफल होगी आपको तो स्वयं की रक्षा कैसे करनी है और अपने आपको फिट किस तरह रखना ये कला सिखाई जाती है।
जो हम कर सकते है आप सब को ढेर सारी शुभकामनाएं छत्तीसगढ़ सरकार की महारानी लक्ष्मी बाई सेल्फ डिफेंस योजना के तहत जो बालिकाओं को संबल बनाने की योजना बनाई गई है यह काफी प्रशंसनीय है बस इस को सच्चे मन से अपने आप पर आत्मसात करने की जरूरत है।