रायपुर गणेशोत्सव में हर साल गणेशोत्सव समिति द्वारा नई -नई आधुनिक साज-सज्जा और लाइट डेकोरेशन देखने को मिलता है। कालीबाड़ी में कुछ ऐसे ही नजारा भक्तों को देखने को मिलेगा, जहां पारंपरिक विविधता के साथ-साथ देशभक्ति का भी नजारा समाहित किया गया है, जो भक्तों को अनायास देखने के लिए लालयित होगी और सुर्खियों बटोरेगी। कालीबाड़ी गणेशोत्सव समिति द्वारा इस बार भी कुछ अलग अंदाज में विघ्नहर्ता को विराममान किया जा रहा है। चन्द्रयान की थीम पर पंडाल और मूर्ति को आकर्षक और भव्य पंडाल बनाया जा रहा है।पंडाल की साज-सज्जा भक्तों को इस बार चन्द्रयान-3 का दर्शन कराएंगे,बता दे कि 23 अगस्त 2024 को हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयास और करोड़ों देशवासियों के सपनों को साकार करते हुए हमारे साइंटिस्टों ने यह उपलब्धि हासिल की। इसी थीम को कारीगर ने कालीबाड़ी गणेश पंडाल को आकार देने जा रहा है। जय भोलेनाथ समिति ने वेस्ट बंगाल के कारीगर द्वारा यह पंडाल आकर्षक और ट्रेडिशन आकार देने में पिछले 5 अगस्त से जुटे हैं। कारीगर ने बताया कि चन्द्रयान-3 की मिसाइल की डिजाइनिंग को हु-ब-हू तैयार करते हुए इसे देशभक्ति और आस्था का तालमेल बैठाकर बनाया जा रहा है। समिति के सदस्य कृष्णा साहू, परमवीर सिंह, लक्ष्य साहू, रोशन सागर, बबला क्षत्रि, प्रदीप चौहान,ज्योंति प्रकाश जगत ने बताया कि यह आयोजन संरक्षक महापौर एजाज ढेबर की प्रयास से इस बार आस्था, भक्ति और देशप्रेमी एक ही मंच पर देखने को मिलेगी। यह पंडाल पूरे आकार में लेने में एक माह से डेढ़ माह लगेंगे।

रायपुर गणेशोत्सव में हर साल गणेशोत्सव समिति द्वारा नई -नई आधुनिक साज-सज्जा और लाइट डेकोरेशन देखने को मिलता है। कालीबाड़ी में कुछ ऐसे ही नजारा भक्तों को देखने को मिलेगा, जहां पारंपरिक विविधता के साथ-साथ देशभक्ति का भी नजारा समाहित किया गया है, जो भक्तों को अनायास देखने के लिए लालयित होगी और सुर्खियों बटोरेगी। कालीबाड़ी गणेशोत्सव समिति द्वारा इस बार भी कुछ अलग अंदाज में विघ्नहर्ता को विराममान किया जा रहा है। चन्द्रयान की थीम पर पंडाल और मूर्ति को आकर्षक और भव्य पंडाल बनाया जा रहा है।पंडाल की साज-सज्जा भक्तों को इस बार चन्द्रयान-3 का दर्शन कराएंगे,बता दे कि 23 अगस्त 2024 को हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयास और करोड़ों देशवासियों के सपनों को साकार करते हुए हमारे साइंटिस्टों ने यह उपलब्धि हासिल की। इसी थीम को कारीगर ने कालीबाड़ी गणेश पंडाल को आकार देने जा रहा है। जय भोलेनाथ समिति ने वेस्ट बंगाल के कारीगर द्वारा यह पंडाल आकर्षक और ट्रेडिशन आकार देने में पिछले 5 अगस्त से जुटे हैं। कारीगर ने बताया कि चन्द्रयान-3 की मिसाइल की डिजाइनिंग को हु-ब-हू तैयार करते हुए इसे देशभक्ति और आस्था का तालमेल बैठाकर बनाया जा रहा है। समिति के सदस्य कृष्णा साहू, परमवीर सिंह, लक्ष्य साहू, रोशन सागर, बबला क्षत्रि, प्रदीप चौहान,ज्योंति प्रकाश जगत ने बताया कि यह आयोजन संरक्षक महापौर एजाज ढेबर की प्रयास से इस बार आस्था, भक्ति और देशप्रेमी एक ही मंच पर देखने को मिलेगी। यह पंडाल पूरे आकार में लेने में एक माह से डेढ़ माह लगेंगे।