मानसून सत्र में हमने जनता की समस्याओं पर सरकार को घेरा – डॉ. चरणदास महंत

मानसून सत्र में हमने जनता की समस्याओं पर सरकार को घेरा – डॉ. चरणदास महंत

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत* ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि 5 दिन में 4 स्थगन पर चर्चा कराने को सरकार को बाध्य किया, यह हमारी बड़ी सफलता है। इसके पहले ऐसा नहीं हुआ। कानून व्यवस्था पर चर्चा किया। जनता की समस्याओं को तथ्यपूर्ण प्रस्तुत किया। बलौदाबाजार की घटना जिससे पूरा देश कलंकित हुआ इसमें भी हमने सरकार को घेरा। किसानों की समस्या को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रभावी ढंग से उठाया। बिजली, खाद की कमी, मलेरिया, डायरिया से हो रही मौतों पर हमने सरकार को आईना दिखाया। हमारी पूर्ववर्ती भूपेश बघेल की सरकार के कामों को सरकार ने बंद कर दिया। अस्पतालों में रिएजेंट नहीं है ब्लड टेस्ट नहीं हो रहा है। कमीशन खोरी से दवाये भी नहीं बची है। नक्सली घटना पर हमने जब सच्चाई बताया कि थानों में जब्त भरमार बंदूको को सरकार ग्रामीणों के शवो को साथ रखकर नक्सली बताती है। मैंने सरकार से पूछा कि जप्त भरमार बंदूको की जांच कब कराई? हमने सशक्त भूमिका निभाया। हम छत्तीसगढ़ के विकास के लिये समर्पित दल कांग्रेस के सदस्य है। पूरे सत्र के दौरान प्रदेश की कानून व्यवस्था, किसानों की समस्या सहित अन्य निम्नानुसार ज्वलंब मुद्दों स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, शून्यकाल की सूचना एवं प्रश्नों के माध्यम से जनता का प्क्ष रखते हुए सरकार को आईना दिखाने का कार्य किया गया। ग्राह्य करके कार्यसूचि में शामिल किए गए 63 ध्यानाकर्षणों के लिखित जवाब सदन स्थगित होने तक सरकार हमें उपलब्ध कराने में अक्षम रही है। यह हवा में सांय-सांय करते हुए सुशासन का दावा करने वाली साय सरकार की बहुत बड़ी विफलता है।

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